जब हम मुश्किल समय से गुजरते हैं, हमें ऐसी सीख की जरूरत होती है जो हमें सही रास्ता दिखाए और अच्छा जीवन जीने में मदद करे। आइए मैं आपको एक कहानी सुनाती हूँ…

अर्जुन की प्रेरक कहानी
एक छोटे से गांव में अर्जुन नाम का एक युवक रहता था। वह खुद को किसी काम का नहीं समझता था। वह हमेशा अपनी असफलताओं से दुखी रहता और सोचता था कि क्या वह कभी अपनी परेशानियों से बाहर निकल पाएगा।
एक दिन, उसे गांव के बाहर एक वटवृक्ष के नीचे बैठे एक बुजुर्ग साधु मिले। साधु के चेहरे पर शांति और ज्ञान की चमक थी। अर्जुन ने अपनी सारी परेशानियां उनसे बताईं।
साधु मुस्कुराए और बोले, “बेटा, हर समस्या का हल तुम्हारे अंदर छिपा है। तुम बाहर क्यों देख रहे हो? भगवान बुद्ध के विचारों को पढ़ो और उन्हें अपने जीवन में अपनाओ। ये तुम्हारे लिए मार्गदर्शक बनेंगे।”
यह सुनकर अर्जुन ने बुद्ध के अनमोल वचन और दोहे पढ़ने का मन बनाया और उसने ऐसा किया भी।
धीरे-धीरे, अर्जुन के जीवन में बदलाव आने लगा और उसकी जिंदगी में खुशी आई।
भगवान बुद्ध के 50 अनमोल वचन – सरल शब्दों में
क्र. | अनमोल वचन | सरल अर्थ |
---|---|---|
1 | अपना दीपक स्वयं बनो | अपने आप को रास्ता दिखाओ |
2 | क्रोध को प्रेम से जीतो | गुस्से पर प्यार से काबू पाओ |
3 | भूतकाल पर पछताने से वर्तमान को मत बिगाड़ो | बीते कल के बारे में सोचकर आज को खराब मत करो |
4 | हर सुबह एक नया अवसर है | हर दिन नई शुरुआत करने का मौका है |
5 | अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है | किसी को दुख न देना सबसे बड़ा धर्म है |
6 | जो दूसरों की भलाई सोचता है, वही सच्चा इंसान है | दूसरों की मदद करने वाला ही अच्छा इंसान है |
7 | सुख और शांति भीतर से आती है | खुशी बाहर नहीं, आपके अंदर से आती है |
8 | लालच सब दुखों की जड़ है | ज्यादा पाने की चाह सारे दुखों की वजह है |
9 | अच्छे कर्म ही आपका सच्चा साथी हैं | अच्छे काम ही जीवन में आपका साथ देंगे |
10 | अज्ञानता सबसे बड़ी बीमारी है | न जानना सबसे बड़ी कमी है |
11 | अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखें | हमेशा अच्छा सोचो |
12 | अनुशासन सफलता की कुंजी है | नियम से चलना ही सफलता का राज है |
13 | दूसरों के दोष मत देखो, अपने दोष सुधारो | दूसरों की गलतियां ढूंढने के बजाय अपनी गलतियां सुधारो |
14 | जीवन में संयम जरूरी है | जीवन में खुद पर नियंत्रण रखना जरूरी है |
15 | करुणा ही सबसे बड़ा गुण है | दया सबसे अच्छा गुण है |
16 | सत्य ही सच्ची शक्ति है | सच्चाई ही असली ताकत है |
17 | दूसरों की मदद करना सबसे बड़ा धर्म है | दूसरों की सहायता करना सबसे बड़ा काम है |
18 | विनम्रता आपके चरित्र को दर्शाती है | नम्रता आपके स्वभाव को दिखाती है |
19 | गलतियां करना मानवीय है, उन्हें सुधारना बुद्धिमानी | गलतियां करना स्वाभाविक है, उन्हें सुधारना समझदारी |
20 | मोह और माया से बचो | लगाव और भ्रम से दूर रहो |
21 | अपने विचारों को पवित्र रखो | अपने सोच को साफ रखो |
22 | मन को नियंत्रित करो, वही सब कुछ है | अपने मन पर काबू रखो, वही सबसे जरूरी है |
23 | धैर्य से बड़ा कोई गुण नहीं | धीरज से बड़ा कोई गुण नहीं |
24 | अच्छे शब्द जादू की तरह काम करते हैं | अच्छी बातें जादू जैसा असर करती हैं |
25 | दूसरों की सफलता में खुशी ढूंढो | दूसरों की कामयाबी में अपनी खुशी देखो |
26 | ज्ञान से ही अज्ञान का अंधेरा मिटता है | जानकारी से ही अनजान होने का अंधेरा दूर होता है |
27 | हर दिन एक नई शुरुआत करो | हर दिन नए सिरे से शुरू करो |
28 | क्रोध बुद्धि का सबसे बड़ा दुश्मन है | गुस्सा समझदारी का सबसे बड़ा दुश्मन है |
29 | स्वार्थ जीवन को नष्ट करता है | खुद के लिए सोचना जीवन को खराब करता है |
30 | दूसरों की गलतियों को माफ करना सीखो | दूसरों की गलतियों को माफ करना सीखो |
31 | ईर्ष्या मनुष्य की सबसे बड़ी कमजोरी है | जलन इंसान की सबसे बड़ी कमजोरी है |
32 | अच्छे विचार ही अच्छे कर्म लाते हैं | अच्छी सोच ही अच्छे काम करवाती है |
33 | प्रेम और करुणा का अभ्यास करो | प्यार और दया का अभ्यास करो |
34 | समय सबसे मूल्यवान चीज है | वक्त सबसे कीमती चीज है |
35 | दूसरों के प्रति आदर दिखाओ | दूसरों का सम्मान करो |
36 | सफलता के लिए निरंतर प्रयास जरूरी है | कामयाबी के लिए लगातार कोशिश करना जरूरी है |
37 | खुद को दूसरों से तुलना मत करो | अपनी तुलना दूसरों से न करो |
38 | हमेशा सत्य का पालन करो | हमेशा सच का रास्ता अपनाओ |
39 | क्षमा सबसे बड़ा गुण है | माफ करना सबसे बड़ा गुण है |
40 | सही दृष्टिकोण अपनाओ | सही नजरिया रखो |
41 | दूसरों की भावनाओं को समझो | दूसरों के महसूस को समझो |
42 | आत्मनिर्भर बनो | खुद पर निर्भर रहो |
43 | अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार रहो | अपने उद्देश्य के प्रति सच्चे रहो |
44 | विचार ही कर्म बनते हैं | सोच ही काम बनती है |
45 | दूसरों की मदद करने में खुशी ढूंढो | दूसरों की सहायता में अपनी खुशी पाओ |
46 | अच्छा स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है | अच्छी सेहत सबसे बड़ी दौलत है |
47 | मानसिक शांति ही सच्चा सुख है | मन की शांति ही असली खुशी है |
48 | दया का व्यवहार हर किसी से करो | सबके साथ दयालु व्यवहार करो |
49 | सत्य और अहिंसा का पालन करो | सच और अहिंसा का रास्ता अपनाओ |
50 | जीवन को सरल और सच्चा बनाओ | जीवन को आसान और सच्चा बनाओ |
नोट: और 101 अनमोल वचन जानने के लिए पूरा लेख डाउनलोड करें।

भगवान बुद्ध के 20 प्रेरक दोहे – सरल अर्थ के साथ
क्र. | दोहा | सरल अर्थ |
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1 | क्रोध कभी सुख न दे, शांति में है सार। जीवन को सरल करो, पाओ प्रेम अपार। | गुस्सा कभी खुशी नहीं देता, शांति में ही सच्चाई है। जीवन को आसान बनाओ, तो बहुत प्यार पाओगे। |
2 | जैसे दीपक जलता रहे, सत्य की राह दिखाए। अज्ञान का अंधकार मिटे, जीवन में प्रकाश लाए। | जैसे दीया रास्ता दिखाता है, वैसे ही सच का रास्ता चलने से अनजान होने का अंधेरा मिटता है और जीवन में उजाला आता है। |
3 | करुणा से ही पथ खुले, घृणा सब नष्ट करे। मन को पावन कर लो, प्रेम से जीवन भरे। | दया से ही रास्ते खुलते हैं, नफरत सब कुछ खत्म कर देती है। अपने मन को साफ रखो, और जीवन को प्यार से भरो। |
4 | धैर्य और शांति से, हर संकट हो पार। जो संयम को अपनाए, वह है जीवन का सार। | धीरज और शांति से हर मुश्किल दूर होती है। जो खुद पर काबू रखता है, वही जीवन का मतलब समझता है। |
5 | सत्य और धर्म का पालन, जीवन को सुखमय बनाता। मोह-माया से बचकर, सच्चा ज्ञान ही भाता। | सच और धर्म का रास्ता अपनाने से जीवन खुशहाल बनता है। लगाव और भ्रम से बचकर, सच्चा ज्ञान ही अच्छा लगता है। |
6 | अहिंसा का मार्ग अपनाओ, प्रेम से सबको जीतो। क्रोध और द्वेष त्याग कर, सच्चा सुख पाओ। | अहिंसा का रास्ता अपनाओ, प्यार से सबका दिल जीतो। गुस्सा और नफरत छोड़कर, सच्ची खुशी पाओ। |
7 | ज्ञान ही सच्चा धन है, इसे कभी न खोना। अज्ञान को दूर भगाकर, सच्चा प्रकाश पाना। | ज्ञान ही असली दौलत है, इसे कभी मत खोना। अनजान होने को दूर करके, सच्चा उजाला पाना। |
8 | जो अपने दोष देखे, वही सच्चा ज्ञानी। दूसरों को दोषी ठहराना, यह सबसे बड़ी नादानी। | जो अपनी गलतियां देखता है, वही सच में समझदार है। दूसरों को गलत कहना, सबसे बड़ी मूर्खता है। |
9 | मोह और लालच का त्याग, मन को शांति देगा। सच्चे प्रेम का मार्ग, हर दुख को हर लेगा। | लगाव और लालच को छोड़ना, मन को शांति देगा। सच्चे प्यार का रास्ता, हर दर्द को मिटा देगा। |
10 | दूसरों की भलाई करो, यही सच्चा धर्म। जो मन में करुणा भरे, वही है सबसे कर्म। | दूसरों की मदद करो, यही सच्चा धर्म है। जिसके मन में दया है, वही सबसे अच्छे काम करता है। |
नोट: तालिका में आगे के 10 दोहे भी देखें!
क्र. | दोहा | सरल अर्थ |
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11 | संसार एक क्षणभंगुर है, यह सच्चाई जानो। मोह-माया से मुक्त रहकर, सच्चे पथ को मानो। | दुनिया क्षणिक है, यह सच जानो। लगाव और भ्रम से मुक्त रहकर, सच्चे रास्ते पर चलो। |
12 | मन को स्थिर रखो, सब बाधाएं होंगी दूर। संयम और धैर्य से, जीवन होगा भरपूर। | अपने मन को शांत रखो, सारी रुकावटें दूर होंगी। खुद पर काबू और धीरज से, जीवन खुशियों से भर जाएगा। |
13 | अच्छे विचारों को अपनाओ, जीवन को सुंदर बनाओ। सत्य और धर्म का पालन कर, सच्चा सुख पाओ। | अच्छी सोच अपनाओ, जीवन को खूबसूरत बनाओ। सच और धर्म का रास्ता अपनाकर, सच्ची खुशी पाओ। |
14 | दूसरों के प्रति दया रखो, यही सबसे बड़ा धर्म। अहंकार को त्याग कर, पाओ सच्चा मर्म। | दूसरों के प्रति दयालु रहो, यही सबसे बड़ा धर्म है। घमंड को छोड़कर, जीवन का सच्चा राज जानो। |
15 | हर दिन नया सबक सिखाता, सीखने का प्रयास करो। जीवन को सच्चा और सरल बनाकर, हर लक्ष्य पास करो। | हर दिन नया पाठ सिखाता है, सीखने की कोशिश करो। जीवन को सच्चा और सरल बनाकर, हर लक्ष्य हासिल करो। |
16 | मन के विचार शुद्ध करो, यही सबसे बड़ा ज्ञान। करुणा और प्रेम से ही, मिलेगा जीवन का मान। | मन की सोच को साफ रखो, यही सबसे बड़ा ज्ञान है। दया और प्यार से ही, जीवन का सम्मान मिलेगा। |
17 | धन और संपत्ति क्षणिक है, इसे समझो और जानो। सत्य और धर्म के मार्ग पर चलकर, सच्ची खुशी पाओ। | पैसा और संपत्ति अस्थायी है, यह समझो और जानो। सच और धर्म के रास्ते पर चलकर, असली खुशी पाओ। |
18 | जो मोह और द्वेष को त्यागे, वही सच्चा ज्ञानी। संयम और साधना से, जीवन हो सुगम और रूमानी। | जो लगाव और नफरत छोड़ दे, वही सच्चा ज्ञानी है। खुद पर नियंत्रण और अभ्यास से, जीवन आसान और सुंदर होता है। |
19 | प्रेम और करुणा का व्यवहार, सबसे बड़ा उपदेश। इससे मिटती हर समस्या, और जीवन बनता विशेष। | प्यार और दया का व्यवहार, सबसे बड़ी सीख है। इससे हर समस्या दूर होती है, और जीवन खास बन जाता है। |
20 | संसार में सब कुछ क्षणभंगुर, यह समझो और जानो। सत्य और धर्म का पालन कर, सच्चे मार्ग को मानो। | दुनिया में सब कुछ क्षणिक है, यह समझो और जानो। सच और धर्म का पालन करके, सच्चे रास्ते पर चलो। |
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रोज़मर्रा के जीवन में बुद्ध के उपदेश कैसे अपनाएं?
1. सकारात्मक सोच के लिए
- रोज सुबह 5 मिनट शांत बैठें और अपनी सांसों पर ध्यान दें
- हर रोज एक अच्छी बात अपनी डायरी में लिखें
- किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक पहलू देखने का प्रयास करें
2. क्रोध पर नियंत्रण के लिए
- गुस्सा आने पर 10 तक गिनें और फिर बोलें
- गहरी सांस लें और थोड़ी देर के लिए चुप रहें
- अपने क्रोध के कारण पर विचार करें, न कि दूसरे व्यक्ति पर
3. जीवन को सरल बनाने के लिए
- कम जरूरतें, ज्यादा शांति – अपनी जरूरतें कम करें
- केवल वही सामान रखें जो वाकई जरूरी हैं
- अपने दिमाग को भी जंक (बेकार चीजों) से साफ रखें
4. प्रेम और करुणा का अभ्यास
- हर दिन एक अच्छा काम करें, बिना बदले की इच्छा के
- दूसरों की परेशानियों को समझने का प्रयास करें
- कम से कम एक व्यक्ति के प्रति रोज कृतज्ञता व्यक्त करें
5. ज्ञान बढ़ाने के लिए
- रोज 15 मिनट पढ़ने का नियम बनाएं
- खुली सोच रखें और नए विचारों को सुनें
- अपनी गलतियों से सीखें और उन्हें सुधारें
निष्कर्ष
भगवान बुद्ध के 151 अनमोल वचन और प्रेरक दोहे हमें एक बेहतर इंसान बनने की प्रेरणा देते हैं। अर्जुन की तरह, अगर हम भी इन वचनों और दोहों को अपने जीवन में अपनाएं, तो हम भी जीवन में शांति और सफलता पा सकते हैं।
मुश्किल समय में ये वचन हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमें बताते हैं कि हर समस्या का हल हमारे भीतर ही छिपा है। बुद्ध के उपदेश हमें सिखाते हैं कि सच्ची खुशी बाहरी चीजों में नहीं, बल्कि हमारे अंदर की शांति में है।
आइए, इन विचारों को अपनाकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं। ये सीख न सिर्फ हमारे जीवन को बेहतर बनाएंगे, बल्कि हमारे आसपास के लोगों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
“अपना दीया खुद जलाओ, अपना रास्ता खुद बनाओ।”