नई दिल्ली, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को धमकी दी थी कि अगर रूस से तेल लेना बंद नहीं किया गया, तो भारत पर 50% तक टैक्स (टैरिफ) लगा दिया जाएगा। लेकिन भारत ने इस धमकी की परवाह नहीं की। उल्टा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन करके भारत आने का न्योता दे दिया।

क्या बात हुई मोदी और पुतिन के बीच?
- प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई।
- पुतिन ने मोदी को यूक्रेन युद्ध की ताजा जानकारी दी।
- मोदी ने कहा कि भारत हमेशा शांति से हल निकालने के पक्ष में है।
- दोनों नेताओं ने भारत-रूस के बीच चल रही साझेदारी पर भी चर्चा की और उसे और मजबूत करने की बात कही।
- प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO India – आधिकारिक वेबसाइट)
ट्रंप की धमकी क्या थी?
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर भारत रूस से सस्ता तेल खरीदता रहा, तो अमेरिका भारत पर भारी टैक्स लगाएगा।
पहले 25% टैरिफ लगाया गया, फिर तीन हफ्ते में और 25% जोड़कर कुल 50% टैक्स कर दिया गया। ये दबाव भारत पर रूस से दूरी बनाने के लिए था।
भारत का जवाब क्या रहा?
- भारत ने अमेरिका के इस दबाव के बाद भी रूस से दोस्ती नहीं छोड़ी।
- मोदी ने पुतिन को इस साल भारत आने का औपचारिक न्योता भेजा।
- मोदी ने कहा कि भारत अपने फैसले खुद लेता है, और राष्ट्रीय हित सबसे ऊपर है।
क्यों खास है भारत-रूस की दोस्ती?
- रूस, भारत का पुराना और भरोसेमंद दोस्त रहा है।
- दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा और व्यापार में मजबूत रिश्ते हैं।
- हर साल भारत-रूस के बीच एक वार्षिक सम्मेलन होता है। इस बार वो भारत में होगा।
निष्कर्ष
अमेरिका की धमकियों के बीच भारत ने साफ कर दिया है कि वो किसी के दबाव में नहीं आने वाला।
मोदी ने पुतिन को भारत बुलाकर दुनिया को ये संदेश दिया कि भारत अपने दोस्त चुनने में स्वतंत्र है, और जो सही है, वही करेगा — चाहे कोई कुछ भी कहे।