Desh bhakti shayari ,दिल को छू जाने वाली दर्द भरी देशभक्ति शायरी ,पाकिस्तान के खिलाफ देशभक्ति शायरी रेख़्ता.

By राइटररिया | September 6, 2023, 9:39 AM IST

अगर आप desh bhakti shayari  की तलाश में हो, यह पोस्ट आप के लिए है.  यह शायरी आपके दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी है . हम सब अपनी मातृभूमि को प्यार करते है अगर कोई उसके ऊपर आंचल डालता है  तो खैर नहीं.  हमने कितनी बार पाकिस्तान की आग लगा दी है, इसके ऊपर भी हमने कुछ देश भक्ति शायरी पाकिस्तान के खिलाफ आपके साथ साझा किया है. 

 हमारे कुछ ऐसे वीर शहीद हैं जिन्होंने इस देश के लिए अपना  जीवन बलिदान किया है । आज भी हम उन के बलिदान पर गर्व है और दुखी भी है, ऐसे महान व्यक्तियों के लिए भी दर्द भरी देशभक्ति शायरी आपके साथ साझा किया है .

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हमने देशभक्ति शायरी छोटा-छोटा  आपके साथ साझा किया है।  आप इन्हे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम कहीं पर भी उपयोग करके आप इस देश से कितना प्यार करते हैं बता सकते हैं।  इस देश ने हमको काफी खुश दिया अब हमारी बारी है इस देश के लिए कुछ भी कर मिटने की।  इस देश की मिट्टी ने काफी कुछ सहा है और इसके ऊपर तो एक  शायरी बनती है “देश की मिट्टी शायरी”। 

तो चलिए देखते हैं  कुछ देश भक्ति शायरी भोजपुरी , हिंदी में भी।  यह रहे देशभक्ति शायरी रेख़्ता..

Desh bhakti shayari

गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है
सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है
दिल से तुमको नमन हैं करते
ये आजाद वतन जो दिलाया है
जय हिन्द

लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
जय हिन्द

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
जय हिन्द

खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है…
जय हिन्द

मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जान कुर्बान है
जय हिन्द

कुछ हाथ से मेरे निकल गया,
वो पलक झपक के छिप गया,
फिर लाश बिछ गयी लाखों की,
सब पलक झपक के बदल गया।
जब रिश्ते राख में बदल गए,
इंसानियत का दिल दहल गया,
मैं पूछ पूछ के हार गया,
क्यूँ मेरा भारत बदल गया?

खुशनसीव हैं वो जो
वतन पे मिट जाते हैं,
मर कर भी वो लोग
अमर हो जाते हैं,
करता हूँ तुम्हे सलाम
ऐ वतन पर मिटने वालो,
तुम्हारी हर सांस में बसना
तिरंगे का नसीव है।
जय हिन्द…!

जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।

किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
जय हिन्द…

तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान है
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं।

इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई.

दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी

जिंदगी है कल्पनाओं की जंग
कुछ तो करो इसके लिए दबंग
जियो शान से भरो उमंग
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग

तेरे दामन से जो आये, उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबां को जिस पे आये तेरा नाम
सबसे सुन्दर सुबह तेरी
सबसे सुन्दर तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।।

खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
क्या लोग थे वो अभिमानी
है धन्य वो उनकी जवानी

जय हिन्द!!

देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये….

मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।

लड़े जंग वीरों की तरह,
जब खून खौल फौलाद हुआ |
मरते दम तक डटे रहे वो,
तब ही तो देश आजाद हुआ ||

देश भक्ति शायरी पाकिस्तान के खिलाफ

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं
देखना हैं जोर कितना बाजू-ए-कातिल में हैं
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं !!

मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ

गूंजे कहीं पर शंख, कहीं पे अजान है,
बाइबिल है, ग्रन्थ सहाब है, गीता का ज्ञान है,
दुनिया में कहीं और ये मंजर नसीब नहीं,
दिखा दो दुनिया को के ये हिन्दुस्तान है।

लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,
लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है। 🇮🇳

ऐ पाक, तेरा ख़्वाब नजारा ही रहेगा,
तू क़िस्मत का मारा है मारा ही रहेगा,
तेरे हर सवाल का जबाब करारा ही रहेगा,
कश्मीर हमारा हैं और हमारा ही रहेगा.

चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो!
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो।

दर्द भरी देशभक्ति शायरी

गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है
सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है
दिल से तुमको नमन हैं करते
ये आजाद वतन जो दिलाया है
जय हिन्द

लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
जय हिन्द

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
जय हिन्द

करीब कभी आओ तो कोई बात बने,
बुझी आग को जलाओ तो कोई बात बने,
सूख गया है जो लहू शहीदों का,
उसमें अपना खून मिलाओ तो कोई बात बने

मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ

खूबसूरत है दुनिया में सबसे नाम बहुत न्यारा है
इस देश की मिटटी पे अभिमान हमारा है
विभिन्नताओं में बसता है यह देश
इसी भारत में यही हिन्दुस्तान दुनिया में सबसे प्यारा है।

खूब बहती है, अमन की गंगा बहने दो…
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो…
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको…
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो

घरवालों 🧏‍♂️ने पढ़ा लिखा के 😦पड़ लगा !!
तो 😌दिए_अब वो ही पड़ अपने 🇮🇳 वतन !!
लौटने 🧏‍♂️से रोकते हैं

शहीदों के त्याग को हम बदनाम नही होने देंगे,
भारत की इस आजादी की कभी शाम नही होने देंगे.

जहाँ पक्षपात के फैले जाल होते हैं,
वहाँ हुनरमंदों के सपने बेहाल होते हैं,
वो मुल्क़ कभी तरक्की नहीं कर सकता,
जहाँ के वज़ीर ही दलाल होते हैं।

लड़ें वो बीर जवानों की तरह,
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ,
मरते-मरते भी की मार गिराए,
तभी तो देश आज़ाद हुआ.

जब 🧏‍♂️रिश्ते राख में 🤺बदल गए !!
इंसानियत🤷‍♂️ का दिल❤️ दहल गया !!
मैं पूछ 🧏‍♂️पूछ के हार गया 👨‍⚕क्यूँ मेरा !!
भारत 🇮🇳 बदल गया

जबरदस्त बहती हैं शांति की गंगा बहने दो
मत फैलाओ मेरे देश में दंगा
हमे अमन से रहने दो
मत बाटो मेरे तिरंगे को
मेरा प्यारा तिरंगा एक रहने दो

तन मन धन अर्पित कर दो अभिनव अभियान को
वंदन कर लो अमर शहीदों के खूनी बलिदान को
हिम शिखरों से ऊंची कर दो हिंदुस्तानी शान को
और वक्त पड़े तो मस्तक दे दो भारत स्वाभिमान को।

मेरी धरती हम सबका, ये वतन,
मेरा है बस मेरा है, ये वतन
इस पर जब भी कोई आँख उठाएगा,
वो दुनिया से गायब कर दिया जायेगा
मुझे ज़िन्दगी से भी प्यारा है मेरा ये वतन

खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

न मांगू दौलत
न मांगू शौहरत
बस शहीद होकर
फिर इस मिटटी के लिए जन्म लू
बस यही हैं आखिर ख्वाइश

हर वक़्त मेरी आँखो मे मातृभूमि का सपना हो जब कभी मरू तो तिरंगा मेरा कफ़न हो , और कोई तमन्ना नही है जीवन मे , जब कभी भी जन्म लू तो भारत मेरा वतन हो

पर्स में अपने परिवार को रख
सीमा पर पहरा देते है जब वर्दी मिलती है
जो फुले नहीं शमाते है वो देश के खातिर
अपनों से मिलने को तरस जाते है

है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं,
है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय,
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं.

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे

कुछ न शायद तिरंगे की आन का ही
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है

खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

क्या मिलेगा ढूढकर मोहब्बत को
सनम की गलियों में
कुछ समय बाद खुद को अकेले ही पाओगे
अगर मोहब्बत ही करनी है तो
अपने देश अपनी मिटटी से करो
कम से कम देशप्रेमी तो कहलाओगे

मैं एक फ्रीलांसर हूं और मैं यहां काम कर रही हूं मुझे आर्टिकल लिखना काफी पसंद है। मेरी लिखी हुई आर्टिकल कई सारे बड़े वेबसाइट पर पब्लिश है। मुझे ज्यादा टेक्नॉलजी ओर reviews जैसे आर्टिकल लिखना पसंद है।

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