नमस्कार ,आज के इस पोस्ट में हरियाणवी शायरी आपके साथ साझा की गई है। अगर आप हरियाणवी शायरी एटीट्यूड पसंद करते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। हमने इसमें अलग-अलग श्रेणियों में आपके साथ हरियाणवी शायरी साझा की है।
सबसे ज्यादा युवा बंदूक हरियाणवी शायरी पसंद करते हैं। इसे भी हमने आपकी सुविधा के लिए वेबसाइट पर साझा किया है।
इस लेख में हमने हरियाणवी शायरी सैड, भाईचारा जैसी शायरियां शामिल की हैं। आप हरियाणवी शायरी कॉपी करके इन्हें कहीं भी सोशल मीडिया पर इस्तेमाल कर सकते हैं। तो चलिए, देखते हैं !
Haryanvi shayari – haryanvi shayari attitude
इसा कोए शहर नी जित अपणा कहर नी
अर इसी कोए गली नी जित अपणी चली नी
मेरे दिल की दीवार प हो तस्वीर तेरी
अर तेरे हाथां म हो तकदीर मेरी

दिल चिर क देख क बेरा तेरा ए नाम लिखरा हो।
छोरी की #हासी अर कुत्ते की #खामोसी
प कदे भरोसा नी करना चाहिए।
र बावली तेरे #यार म दम ए इतना स
क मने देख क तो तेरी गाल क कुत्ते भी लुक्क जाया करे
अरे ओ बावली तेरा ऐटिटूड न OLX प बेच दे
तेरे यार न पुराणी चीज़ पसंद ना स
वे दिन गए बावली, जब बलधा त खेती करया करते
इब आके देख तेरा यार bullet प नाके मोड़े स.
एटिटुड का अंदाजा यही से लगा लो
तू प्लेयर बनना चाहवे अर मैं गेम चेंजर
जा कोण सी तेरे बिना म्हारी भैंस धारया न नाटेगी,
ज तू मने छोडगी न तो मेरी माँ 11रपिये का प्रसाद बाटेगी.
छोरे जितनी दारू तू डिस्को मे पिये है,
उतनी दारू तो हम डिस्पोजल मे छोङ दिया करां.
Bandook haryanvi shayari
अरै… टैम ए तो स
बदल दयाँगे साले न
पूरे शहर मह नाम चाले
फोटो लाग रे थाणे म्ह
शेर जैसा जिगरा चाहिए
म्हारे हाथ लगाणे म्ह
# समझ लो ध्यान से पेपर म्ह आवेगा
जे तन्ने सब कुछ पा लिया , में तो खो के रह लूंगा ।
बस तू राजी रह बावली , में तो रो के रह लूंगा।

बुरा वक्त तो सबका आवै स,
कोए बिखर जावै स
तो कोए निखर जावै स।
ज़िद ह तो ज़िद ए सही,
पर अपना स्वाभिमान सब त बड़ा स।
Haryanvi shayari sad
बदले कोन्या हाम,
बस दुनिया न जान गए।
ज़िंदगी म भोत कस्ट स
फेर भी हाम हरियाणा आळे मस्त स।
अच्छे दोस्त कितणा भी रूठे
उन्हें मना लेणा चाहिये क्यूंकि…
वो साले आपणे सारे राज जाणते हैं!!
सुबह सुबह पत्नी को बोला #जानू एक कड़क चाय पिला दो, . . . . माँ ने #थप्पड़ मार के जगाया और बोली कुत्ते #सपने देखना छोड़ दे और #भैंस न #तूडी गेर दे ।।
दोगले माणस छांट दिए टेम गेल्या, इब जोणसे गेल्या सारे खरे खरे सै

हम्बे…… आज बी उसका लास्ट सीन देख क ए सोया करुं
लाडलेवाकिफहूँमैतेरीआदतांतै #पाछैतैबोलणाआगैतै_चाटणा
थारी bhabi भी कसुती स स्पीकर में रूके मार मार के कव्वे गी तू मेरा स
मैं सिर्फ उन खातर आम सूं, जो मेरे खातर ख़ास स…. ना मिलता तो मैं खुद त भी नी।
तेरी activa जावे silent mode पे
मेरी BULLET छोड़े पटाखे हर रोड पे
हथियार इतने हैँ के छोरी तन्ने तोल दूँ और
मेरे यार इतने हैँ के तेरे पूरे शहर ने फोड्ड दूँ
वा बोली मेरे गाम मै ना आया कर मेरे भाई पकड लेंगे तनै
मै बोल्या रै बावली मनै तो कदे Temple Run आला बान्दर ना पकड सका
तेरे भाई के चीज ह
बहुत ज़लील था वो दिन भी उधर मेरी मोहब्ब्त ससुराल जा रही थी
इधर लोग मुझसे कह रहे थे भाई खड़या के देखै सै टेंट का समान ट्राली म घलवा दे न

दिल्ली आली की 70 गाली
अर गाम आली का ऐ रे भाई बराबर सै
मैं जिसे अपना चाँद समझता था उसने गाँव के आधे से ज्यादा
लड़के अंतरिक्ष यात्री बना रखे थे
कुछ लङकिया कहती है कि उनको Desi लङके पसंद नही हे
उनको मै बता दू कि शैरो के साथ शेरनिया ही अच्छी लगती है
ना कि भेङ बकरिया
देखी तरेड़ आज मन्नै
बेरा नै शीशा टूट रह्या था अक मैं
धड़कनें टूटकर बिखरने लगती हैं..
जब याद तुम बे-हिसाब आते हो…
र इतणी जल्दी भूल ज्यागी मैं इतणा भी माड़ा कोन्या …,
मन्ने क्यूकर दिल त काढ़ेगी मेरा फोटु तक पाड़या कोन्या…

बहोत बदल गया हूं तेरे जाए पाछै,
बस तन्नै याद करण की वा आदत ईब भी न्यू की न्यू है
😉😉
बहोत याद आवैं हैं वे भूले भिसरे दिन
कुछ तेरे गैल कुछ तेरे बिन
बैरन नू बोली र बैरी कितनी एक #सेटिंग लेरया स
मखा सेटिंग का त बेरा नी पर #यार इतने स कै
तेरे ताऊ काका आलिया न भी ब्याह ल्यांगे।
ज़िंदगी इतनी भी दुखी कोन्या के मरण नै जी करे।
ज़िंदगी इतनी भी दुखी कोन्या के मरण नै जी करे।
लेकिन लोग इतने दुःख दे देवै है कै जीण नै भी जी ना करदा।
हाम तो दर्द लैके भी याद कर लिया करा हां
और लोग दर्द देकै भी भूल जावें सै।
सच्ची मोहब्बत बस होया करे कदे मिला ना करदी।
इश्क में हर बात अजीब होया करे।
किसै नै आशकी तो किसै नै शायरी नसीब हो जायां करै।

हांसी कै पीछै का दर्द
गुस्सा कै पीछे का प्यार
और खामोश रहण की वजह
कौए कौए समझा करै।
चाहे कितनी भी कोसिस करल्यो
कुछ लोग कदे भी आपकी फीलिंग नै समझ ना सकदे।
जित प्यार होया करै
ओढे जुकना पड़ा करै।
जिसका हम घना ख्याल राख्यां करा।
वे ए आपा न समझा ना करदे।
एक छोरी तै घना मजबूर एक छोरा होया करै।
जो कालजा टूटण के बाद भी रोया ना करदा।
कितनी बार कह राखी है छोड़ कै ना जायां कर मन्ने
तेरे बिना जी कोणी लागदा मेरा।
बाट वो ए देख सके सै
जिसकी मोहब्बत सच्ची हो

कुछ ना था खोंण खातर मेरे धोरै
जब त तू मिलीं सै तब त डरण लाग्या मै।
किस्ती आला नै समंदर ना देख्या
आँखों को देख्या पर दिल मै उतर कै ना देख्या
पत्थर समझे है मेरे चाहन आले
हाम तो मोम थे किसे नै छु कै ए ना देख्या
आग सूरज में होवे है पर जलना जमीन न पड़े है।
मोहब्बत आंखां म होवे है पर तड़पना दिल न पड़े है।
Haryanvi shayari bhaichara
कुछ दोस्त म्हारे दोस्त कम
अर म्हारे माँ – बाप के खबरी घने होवै स
किस तरा छोड़ू इन बिगड़े दोस्तां का साथ
जो मने ए बिगाड़े थे
दोस्ती में ना अमीरी होती ना गरीबी
बस होया करै सच्चा दिल
हाम दोस्त टाइम पास खातर ना बनाते
बल्कि टाइम न पास करण खातर दोस्त बनाया करा

कुछ दोस्त, दोस्त ना होते
भाई होवै स
जित प्यार भी गोड्डे टैक दे
ओढे भी दोस्त ए खड़े पाया करै
हथियार वो रखा करे जिस न जान का खतरा हो
म्हारी तो आंख्या त ए लोग डर जाया करै
बादशाह तो मै किते भी बन सकू सू
पर तेरे दिल में चौधर करण का मज़ा ए अलग स
माचिस त नुए बदनाम स
म्हारे तेवर तो आज भी आग लगा देवै
हाम न थोड़ा सा टशन कै मार दिया
दुनिया के आंख्या म रड्कन लाग्ये