पीठ पीछे धोखा शायरी, विश्वास, झूठ और मतलबी रिश्ते शायरी दो लाइन।

कभी सोचा था कि अपना ही खून कभी पराया लगेगा?कभी सोचा था कि जिन हाथों को पकड़कर तूने दुनिया से लड़ा, वही हाथ तुझे बीच रास्ते में छोड़ देंगे?जिंदगी में सबसे गहरी चोट तब लगती है, जब वार किसी गैर…