देशभर में 22 सितंबर से शुरू हुए “GST बचत उत्सव” ने पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में नई जान डाल दी है। केंद्र सरकार द्वारा कई श्रेणियों में GST दरें घटाने के बाद घरेलू यात्रियों, बजट टूरिस्ट्स और उद्योग जगत में उत्साह का माहौल है। खासतौर पर होटल, सार्वजनिक परिवहन और सांस्कृतिक पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलने के संकेत हैं।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह कदम देश में यात्रा को अधिक सुलभ बनाते हुए रोजगार और निवेश बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

नया GST ढांचा: होटल हुए सस्ते
पर्यटन क्षेत्र में सबसे बड़ा बदलाव होटल रूम बुकिंग पर GST दर में कटौती है।
पहले क्या था?
- ₹7,500 प्रति रात से कम शुल्क वाले होटल रूम पर 12% GST देना पड़ता था।
अब क्या बदला?
- नई दर घटाकर 5% कर दी गई है।
इससे होटल स्टे अब पहले की तुलना में काफी सस्ते होंगे। यह राहत न सिर्फ घरेलू यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत घूमने आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए भी आकर्षक साबित होगी।
कौन होगा लाभार्थी?
- बजट यात्री
- मध्यमवर्गीय परिवार
- कॉलेज ग्रुप व बैकपैकर्स
- धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन करने वाले लोग
पर्यटन विश्लेषकों के अनुसार, होटल किराए में कमी से 2025-26 में घरेलू यात्रा लगभग 12–18% तक बढ़ सकती है।
परिवहन में राहत: बसें हुईं सस्ती
सरकार ने 10 से अधिक सीटों वाली बसों पर GST 28% से घटाकर 18% कर दिया है।
मुख्य प्रभाव
- टूर ऑपरेटर के लिए वाहन खरीदना सस्ता
- यात्रियों के लिए यात्रा लागत में कमी
- राज्य-स्तरीय परिवहन मिशनों को लाभ
- यात्रापर्यटन पैकेजों में किफायत
यह कदम छोटे-टूर ऑपरेटर्स के लिए खास फायदेमंद है, क्योंकि मिनी-बस और टूरिस्ट बसें ऑपरेशनल लागत का बड़ा हिस्सा होती हैं। जब वाहन खरीद सस्ते होंगे, तो किराया भी घटेगा और इससे यात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह सुधार?
भारत में पर्यटन रोजगार के सबसे बड़े स्रोतों में से एक है। ग्रामीण होमस्टे मॉडल, एडवेंचर टूरिज्म, सांस्कृतिक यात्राओं और तीर्थ स्थलों की यात्रा के माध्यम से करोड़ों लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से इससे जुड़े हुए हैं।
GST सुधार से:
- बजट फ्रेंडली ट्रैवल बढ़ेगा
- इंडियन टूरिज्म का ग्लोबल मार्केट में आकर्षण बढ़ेगा
- रोजगार के नए अवसर बनेंगे
- होटल व ट्रांसपोर्ट सेक्टर में निवेश बढ़ेगा
हॉस्पिटैलिटी उद्योग में निवेश का नया दौर
निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि घटे टैक्स रेट्स से होटल, होमस्टे और गाइडेड टूर सेक्टर में नई पूंजी आएगी।
क्यों?
- ऑपरेशन कॉस्ट घटेगी
- ग्राहक संख्या बढ़ेगी
- मार्जिन बढ़ेंगे
- छोटे शहरों में होटल और होमस्टे की क्षमता मजबूत होगी
अर्थशास्त्रियों के अनुसार, इससे ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में होमस्टे कल्चर को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय कारीगरों और संस्कृति को बढ़ावा
टूरिज्म बढ़ने पर स्थानीय अर्थव्यवस्था में तेजी आती है।
- हस्तशिल्प
- रसोई, स्थानीय भोजन
- लोक संस्कृति
- हस्तनिर्मित वस्तुएँ
इन सबकी बिक्री व मांग बढ़ती है।
सरकार का लक्ष्य स्पष्ट है—सिर्फ शहरों को नहीं, बल्कि छोटे गांवों व कस्बों में स्थित सांस्कृतिक विरासत व प्राकृतिक स्थलों तक पर्यटकों को पहुंचाना।
आर्थिक विश्लेषण: क्या होगा असर?
1) घरेलू पर्यटन में तेजी
भारत में घरेलू यात्रा पर खर्च वैश्विक औसत से कम रहा है। कम GST से लोग अधिक यात्रा कर सकेंगे।
2) रोजगार सृजन
होटल, ट्रांसपोर्ट, टूर एजेंसी, फूड हब जैसे क्षेत्रों में नौकरियाँ बढ़ेंगी।
अनुमान है कि अगले 2 वर्षों में 8–12 लाख नई नौकरियाँ मिल सकती हैं।
3) कर संग्रह बढ़ने की संभावना
कम टैक्स = अधिक उपभोग
इस रणनीति से लंबी अवधि में सरकार का राजस्व बढ़ सकता है।
4) विदेशी पर्यटक बढ़ेंगे
सस्ते होटल + बेहतर परिवहन =
फॉरेन टूरिस्ट आगमन में 15–20% वृद्धि का अनुमान।
नकारात्मक पक्ष / चुनौतियाँ
- होटल उद्योग में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी—कम मार्जिन पर गुणवत्ता बनाए रखने की चुनौती
- छोटे ऑपरेटरों को स्पष्ट GST प्रक्रियाओं की समझ की आवश्यकता
- मांग बढ़ने पर पीक सीज़न में महंगाई बढ़ सकती है
- प्रमुख शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव बढ़ेगा
सरकार का उद्देश्य क्या?
- पर्यटन के जरिए स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना
- रोजगार गति बढ़ाना
- Make in India और Incredible India कैंपेन को समर्थन
- भारत को एशिया का प्रमुख टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाना
कुल मिलाकर
“GST बचत उत्सव” के तहत किए गए ये सुधार टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।
कम टैक्स, अधिक यात्रा, बढ़ता निवेश—यह चक्र भारत की आर्थिक वृद्धि को मजबूत करेगा।
हालाँकि, चुनौतियाँ भी मौजूद हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव भारत की पर्यटन अर्थव्यवस्था के स्वर्ण-युग की शुरुआत हो सकता है।
निष्कर्ष
सरकार की नई GST नीति आम नागरिकों के लिए राहत, उद्योग जगत के लिए अवसर और भारत के पर्यटन भविष्य के लिए एक सकारात्मक कदम है। बेहतर कनेक्टिविटी और सस्ती यात्रा से देश की सांस्कृतिक व आर्थिक संभावनाएँ और मजबूत होंगी। Input








