मुख्य बातें:
- हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय में हैकाथॉन – X का आयोजन किया गया।
- राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा और अनुसंधान परिषद (NCSSARC) ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया।
- साइबर अपराधों की रोकथाम और सुरक्षा तकनीकों पर विशेष चर्चा हुई।
- विभिन्न राज्यों में सेमीफाइनल और फाइनल आयोजित किए जाएंगे।
- विजेताओं को 3 लाख रुपये तक का इनाम मिलेगा।

हैकाथॉन – X: साइबर सुरक्षा पर विशेष कार्यक्रम
साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, और इन्हें रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों की जरूरत है। इसी दिशा में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा और अनुसंधान परिषद (NCSSARC) द्वारा हैकाथॉन – X का आयोजन किया जा रहा है।
बुधवार को हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय में इस हैकाथॉन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. कलियराज नायडू ने बताया कि पुलिस और सरकारी एजेंसियां अकेले साइबर अपराधों पर नियंत्रण नहीं पा सकतीं। इसके लिए विशेषज्ञों की जरूरत है, जो इस तरह के इवेंट से तैयार किए जा सकते हैं।
हैकाथॉन में भाग लेने वाले राज्यों और प्रतियोगिता का स्तर
NCSSARC इस हैकाथॉन को पूरे भारत में आयोजित कर रहा है। पहले आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इवेंट्स हुए, जिनमें तेलंगाना से 400 और आंध्र प्रदेश से 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता का प्रारूप:
- सेमीफाइनल: अप्रैल 2025 में आंध्र प्रदेश में आयोजित होगा।
- फाइनल: पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण ज़ोन के विजेता आपस में मुकाबला करेंगे।
- सुपर फाइनल: दिल्ली में होगा।
पुरस्कार राशि और रोजगार के अवसर
NCSSARC प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान कर रहा है:
- सेमीफाइनल विजेता: ₹1 लाख, ₹50,000 और ₹25,000
- फाइनल विजेता: ₹3 लाख, ₹2 लाख और ₹1 लाख
साथ ही, प्रतिभागियों को बड़ी टेक कंपनियों में जॉब पाने का मौका भी मिलेगा।
युवाओं को डिजिटल सुरक्षा में प्रशिक्षित करना
NCSSARC सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहना चाहता बल्कि छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के युवाओं को भी इस तरह के कार्यक्रमों से जोड़ना चाहता है।
साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नए टैलेंट को पहचानकर, उन्हें पुलिस विभाग, सरकारी एजेंसियों और निजी कंपनियों में रोजगार के अवसर दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
साइबर अपराधों की रोकथाम और जागरूकता
NCSSARC का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधों की रोकथाम और लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक बनाना है।
- हैकाथॉन के माध्यम से विशेषज्ञों को प्रशिक्षित किया जाता है।
- ये विशेषज्ञ आगे चलकर सरकारी एजेंसियों और निजी कंपनियों में काम कर सकते हैं।
- आंध्र प्रदेश सरकार ने पहले ही इस प्रोग्राम में शामिल होने की मंजूरी दी है।
NCSSARC के निदेशक डॉ. कलियराज नायडू ने बाकी राज्यों से भी इस पहल में शामिल होने की अपील की।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. हैकाथॉन – X क्या है?
यह एक साइबर सुरक्षा प्रतियोगिता है, जिसमें प्रतिभागी साइबर अपराधों की रोकथाम और डिजिटल सुरक्षा से जुड़ी तकनीकों पर काम करते हैं।
2. इस प्रतियोगिता में कौन भाग ले सकता है?
कंप्यूटर साइंस, साइबर सिक्योरिटी, और डिजिटल फॉरेंसिक्स के छात्र और युवा प्रोफेशनल इसमें भाग ले सकते हैं।
3. इस कार्यक्रम के विजेताओं को क्या लाभ मिलेगा?
विजेताओं को 3 लाख रुपये तक का इनाम मिलेगा और बड़ी टेक कंपनियों में नौकरी के अवसर भी मिल सकते हैं।
4. हैकाथॉन के चरण क्या हैं?
- पहले राज्य स्तर की प्रतियोगिताएं होती हैं।
- फिर सेमीफाइनल और फाइनल होते हैं।
- सुपर फाइनल दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
5. क्या सरकार इस पहल का समर्थन कर रही है?
हाँ, आंध्र प्रदेश सरकार ने पहले ही इस प्रोग्राम का समर्थन किया है। अन्य राज्यों से भी इस पहल से जुड़ने की अपील की जा रही है।
निष्कर्ष
साइबर अपराधों से बचाव और डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हैकाथॉन – X एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल युवाओं को प्रशिक्षित करेगा बल्कि नई नौकरियों के अवसर भी प्रदान करेगा।
NCSSARC के नेतृत्व में, यह प्रतियोगिता भारत को साइबर अपराधों से सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।