पिछले सप्ताह अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती और डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत के बाद सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। डॉलर के मजबूत होने और बढ़ती मुद्रास्फीति के चलते निवेशकों का रुझान सोने से हटता दिख रहा है।

सोने की वर्तमान स्थिति
- अंतर्राष्ट्रीय बाजार: हाजिर सोने की कीमत $2563 प्रति औंस तक गिर गई, जो एक सप्ताह में 4% की गिरावट है।
- घरेलू बाजार: भारत में 22 कैरेट सोने की कीमत 15 दिनों में ₹5200 कम होकर ₹69,350 प्रति 10 ग्राम हो गई। 24 कैरेट सोने की कीमत ₹5680 की गिरावट के साथ ₹75,650 पर है।
- MCX: सोने का वायदा ₹870 गिरकर ₹73,612 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, जो हाल ही में ₹79,535 के उच्चतम स्तर पर था।
कारण और प्रभाव
- डॉलर की मजबूती: अमेरिकी डॉलर में मजबूती ने सोने की मांग को कम किया, क्योंकि मजबूत डॉलर से अन्य मुद्राओं में सोना महंगा हो जाता है।
- मुद्रास्फीति और फेड नीति: मुद्रास्फीति दर अक्टूबर में 2.6% तक बढ़ गई, जो फेड के लक्ष्य से अधिक है। फेड द्वारा ब्याज दर में और कटौती की संभावना कम हो गई है, जिससे सोने की मांग पर असर पड़ा है।
- ट्रंप की जीत: चुनावी नतीजों के बाद निवेशकों का झुकाव अमेरिकी शेयर बाजार की ओर बढ़ा।
क्या करें निवेशक?
विशेषज्ञों का कहना है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, लंबी अवधि में सोने का बाजार मजबूत बना रह सकता है, क्योंकि यह मुद्रास्फीति और अनिश्चितताओं के खिलाफ हेज के रूप में देखा जाता है।
निष्कर्ष: सोने की कीमतों में आई गिरावट मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों का परिणाम है। निवेशकों को खरीदारी से पहले बाजार की स्थिति का ध्यानपूर्वक मूल्यांकन करना चाहिए।